संस्थापक एवं निदेशक, परमार्थ संस्थान
श्री आयुष यादव, परमार्थ के संस्थापक एवं निदेशक, युवाओं और विद्यार्थियों को सही दिशा
और मार्गदर्शन देने के लिए निरंतर कार्यरत हैं।
उन्होंने यह संस्थान इसलिए शुरू किया ताकि माता–पिता और बच्चों की समस्याएँ जैसे
पढ़ाई का दबाव, भविष्य को लेकर चिंता, गलत आदतों में फँसना, ध्यान की कमी और
करियर का चुनाव न कर पाना – इन सबका समाधान मिल सके।
उनका सरल संदेश है – “सही मार्गदर्शन ही जीवन बदल सकता है।”
उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थी केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि अनुशासन, निर्णय क्षमता और जीवन में
सफलता व खुशहाली की सही राह भी सीखते हैं।
आज के समय में ज्यादातर माता–पिता की सबसे बड़ी चिंता होती है कि उनके बच्चे पढ़ाई में
मन क्यों नहीं लगाते। इसका कारण है सही मार्गदर्शन और मोटिवेशन की कमी।
केवल डांटने या दबाव डालने से बच्चा और भी दूरी बनाने लगता है।
समाधान? बच्चों को ऐसा वातावरण और सही दिशा देना जरूरी है,
जिससे वे खुद अपने लक्ष्यों को पहचानें और पढ़ाई में रुचि विकसित करें।
परमार्थ का “सफल माता-पिता” और “उज्ज्वल भविष्य” कोर्स
विशेष रूप से इसी समस्या का समाधान है। इन कोर्सेज़ में माता–पिता और बच्चों दोनों को
ऐसे practical तरीके सिखाए जाते हैं, जिनसे बच्चा पढ़ाई में motivated रहेगा और जीवन में आगे बढ़ेगा।
👉 अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बच्चे पढ़ाई में मन लगाएँ और सफलता की राह पकड़ें,
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